गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
जीवन फिर-से भी यदि पाऊँ / गुलाब खंडेलवाल
6 bytes added
,
21:26, 20 जुलाई 2011
जीवन फिर-से भी यदि पाऊँ
वे
यें
स्नेहीजन,
वे
यें
अलबेले मित्र कहाँ से लाऊँ
जाने पुण्य उगे थे कैसे
Vibhajhalani
2,913
edits