Changes

वो चेहरे से ही मेरे दिल की हालत भाँप लेता है
ज़रूरत ही नहीं पड़्ती पड़ती कभी शिकवा-शिकायत की
डरी सहमी हुई सच्चाइयों के ज़र्द चेहरों पर