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दिल तो हमने ही लगाया है, आप चुप क्यों हैं / गुलाब खंडेलवाल
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20:32, 22 जुलाई 2011
आपका नाम भी आया है, आप चुप क्यों हैं!
हम अगर कुछ नहीं कहते तो कोई बात
नहीं
न थी
प्यार आँखों ने जताया है, आप चुप क्यों हैं!
Vibhajhalani
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