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अमर बेल / सुरेश यादव
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04:49, 12 अगस्त 2011
उसे जड़ से सुखा जाता है
खुद को लेकिन
अमर बेल -सा
हर हाल में हरा रखता है।
डा० जगदीश व्योम
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