Changes

पेड़ और धर्म / सुरेश यादव

3 bytes removed, 04:54, 12 अगस्त 2011
बस्ती के हर आँगन में
पेड़ हो बड़ा
खूब हो घनार घना
खुशबूदार फूलर हों
फल मीठे आते हों लदकर