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तुमसे मैं कुछ पल जुदा भी हो गया तो क्या हुआ / कृष्ण कुमार ‘नाज़’
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16:10, 3 सितम्बर 2011
हर घड़ी मैं हूँ सफ़र में और तू ठहरा हुआ
जिंदगी
ज़िंदगी
तेरी हक़ीक़त से मैं नावाक़िफ़ नहीं
जाने कितनी बार का ये ख़्वाब है देखा हुआ
Krishna Kumar Naaz
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