Changes

'अना' क़ासमी

124 bytes added, 13:47, 4 सितम्बर 2011
{{KKShayar}}
<sort order="asc" class="ul">
* [[बर्थ पर लेट के हम सो गये आसानी से / 'अना' क़ासमी]]
* [[हमारे बस का नहीं है मौला ये रोज़े-महशर हिसाब देना / 'अना' क़ासमी]]
* [[बचा ही क्या है हयात में अब सुनहरे दिन तो निपट गये हैं / 'अना' क़ासमी]]