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गुल को अंगार कर गया है ग़म /वीरेन्द्र खरे अकेला
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|रचनाकार=वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
|संग्रह=शेष बची चौथाई रात / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
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Tanvir Qazee
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