* [[घर के अंदर रही,घर के बाहर रही/ जहीर कुरैशी]]
* [[यादें निकल के घर से न जाने किधर गईं / जहीर कुरैशी]]
* [[औघड़ पर्वत के उलझे केशों में रस्ते ढूँढ लिए/ जहीर कुरैशी]]
* [[कल्पना जिनकी यत्नहीन रही/ जहीर कुरैशी]]
* [[युद्ध करना कठिन हो गया/ जहीर कुरैशी]]
* [[पीड़ा से रिश्ता पक्का कर जाता है/ जहीर कुरैशी]]