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15:15, 21 अक्टूबर 2011 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=सांवर दइया
|संग्रह=आखर री औकात / सांवर दइया
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
{{KKCatKavita}}<poem>नितूका मिलै
-थारो नांव कांई सा ?
नितूकै पूछै
०००
घरां फकीरी
दिनूंगै-सिंझ्यां जागै
शाही मंसूबा
०००
पाछो नीं पूग्यो
मिनख नै डस’र
सांप मरग्यो
०००
बरसै आभो
समंद करै भेळो
धरती भोळी
०००
राम नीं लाधै
रोजीना बाळां तो ई
रावण जीवै
०००
</poem>