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शाप / येव्गेनी येव्तुशेंको
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05:09, 28 अक्टूबर 2011
सब आवाज़ों के पार
बादल
गरज रहे
होम
हों
चाहे
तेरे घर के बाहर
तेज़ हवा हो
अनिल जनविजय
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