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11:18, 24 नवम्बर 2011 कविता कोश सुकून के .सागर जैसा है .....इसमेँ छिपे काव्य मोती मन का तमस हरने वाला प्रकाश बिखेरा करते हैँ ...इसमेँ सहेजी गयी कविताएँ.. समस्याओँ के हल सुझाती हैँ,समाज को दर्पण दिखाती हैँ , रास्ता दिखाती हैँ ...अद्भुत कोश ...कविता कोश ।।