गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
हम लेंगे तेरा नाम / रामनरेश त्रिपाठी
5 bytes removed
,
11:58, 9 दिसम्बर 2011
|संग्रह=मानसी / रामनरेश त्रिपाठी
}}
{{
KKCatKavita
KKCatGeet
}}
<poem>
हे कृष्ण! अनेक बहाने,
::हम लेंगे तेरा नाम॥
आँखों के पावन
जाल
जल
से।
मुसुकाहट के कल कल से।
सुख से आहों से दुख से।
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits