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मेरे मन! / श्रीकांत वर्मा
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16:57, 12 जनवरी 2012
घड़ी बड़ी प्यारी हो।
धुले हुए, खिले हुए
पौधों से
बच्चें
बच्चे
हों,
ममता की क्यारी हो।
Sumitkumar
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