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रूठा जब से सावन है /वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
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15:08, 3 फ़रवरी 2012
लगता मुझको जीवन है
सच को
झुठलाना
झुठलाया
उसने
कहता धुंधला दरपन है
Tanvir Qazee
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