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दूर से ही हाथ जोड़े हमने ऐसे ज्ञान से /वीरेन्द्र खरे अकेला
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15:14, 3 फ़रवरी 2012
हाँ में हो उत्तर तो फिर कुछ माँगना भगवान से
इतना धन मत जोड़
,
ले
हो
मत
परिचितों से शत्रुता
जान का ख़तरा रहेगा खुद की ही संतान से
Tanvir Qazee
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