श्रीमान,
मैं आपका कविताकोश का सदस्य हूँ | अबतक अनिलजी की सहायता से मैंने ज़िया फ़तेहाबादीकी नज़्में व ग़ज़लें कविताकोश में पोस्ट की हैं | मैं भी कई बरसों सेउर्दू ग़ज़लें कह रहा हूँ |
नाम: रविंदर कुमार सोनी
आफ़ नालेज,
३) प्लानेट्स एंड देएर योगा फारमेशन्स
मैं ३५ बरस बैंक नौकरी कर १९९९ में रिटाएर हुआ हूँ और दिल्ली शहर में ही
रह रहा हूँ |
इंडियन फिलोसोफी और ज्योतिष पर काम कर रहा हूँ और रिटाएर
ज़िन्दगी बसर कर रहा हूँ |
ज़िया फ़तेहाबादी का ज्येष्ठ पुत्र हूँ |
मेरेमेरे पिताजी ने ही मुझे सिखाया और बनाया है जो कि मैं अब हूँ | वही मेरे गुरुथे |