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सोज़ में भी वही इक नग़्मा है जो साज़ में / जिगर मुरादाबादी
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00:28, 23 फ़रवरी 2012
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सोज़ में भी वही इक नग़्मा है जो साज़ में है
फ़र्क़ नज़दीक़ की और दूर की आवाज़ में है
द्विजेन्द्र द्विज
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