गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
आदमी क्या रह नहीं पाए सम्हल के देवता / ओमप्रकाश यती
1 byte added
,
01:39, 28 फ़रवरी 2012
{{
kkGlobal
KKGlobal
}}
{{KKRachna
|रचनाकार = ओमप्रकाश यती
|संग्रह=
}}
{{
KKcatGhazal
KKCatGhazal
}}
<poem>
आदमी क्या, रह नहीं पाए सम्हल के देवता
द्विजेन्द्र द्विज
Mover, Uploader
4,005
edits