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यहाँ सच बोलना जोखिम भरा है / राजीव भरोल 'राज़'
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12:43, 28 फ़रवरी 2012
उसे मालूम है, पर बोलता है.
हमें
समझ
आने नहीं वाला
समझ
हमें
कुछ,
हमारी अक्ल पर पत्थर पड़ा है.
द्विजेन्द्र द्विज
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