[[वतन आशोब / मजाज़ लखनवी]]
[[बोल! अरी ओ धरती बोल / मजाज़ लखनवी]] आदि उनकी यादगार नज़्में हैं। मजाज [[मजाज़ लखनवी]] की कविता में भावनाओं की बाढ़ है, इंसानी जज्बातों का हर रंग उसमें शामिल है चाहे वह दर्द हो या ख़ुशी , जुनूँ हो या इश्क । प्रगतिशीलता का जामा पहनकर उन्होंने कविता का नया दयार बख्शा ।
==खिताब==