1. पागल कुत्तों का मसीहा (लघु उपन्यास) – 1977
2. सोया हुआ जल (लघु उपन्यास) – 1977
3. उड़े हुए रंग – (उपन्यास) यह उपन्यास सूने चौखटे नाम से 1974 में प्रकाशित हुआ था ।
4. कच्ची सड़क – 1978
5. अंधेरे पर अंधेरा – 1980
6. अनेक कहानियों का भारतीय तथा यूरोपीय भाषाओं में अनुवाद
सोवियत कथा संग्रह 1978 में सात महत्वपूर्ण कहानियों का रूसी अनुवाद ।
1. बकरी – 1974 (इसका लगभग सभी भारतीय भाषाओं में अनुवाद तथा मंचन)
2. लड़ाई – 1979
3. अब गरीबी हटाओ – 1981
4. कल भात आएगा तथा हवालात –
(एकांकी नाटक एम.के.रैना के निर्देशन में प्रयोग द्वारा 1979 में मंचित
1. कुछ रंग कुछ गंध – 19791
===बाल कविता===
1. बतूता का जूता – 1971
2. महंगू की टाई – 1974
===बाल नाटक === 1. भों-भों खों-खों – 1975 2. लाख की नाक – 1979
===संपादन===
1. शमशेर (मलयज के साथ – 1971)
2. रूपांबरा – (सं. अज्ञेय जी – 1980 में सहायक संपादक सर्वेश्वर दयाल सक्सेना)
3. अंधेरों का हिसाब – 1981
4. नेपाली कविताएं – 1982
5. रक्तबीज – 1977
===अन्य===
1. दिनमान साप्ताहिक में चरचे और चरखे नाम से चुटीली शैली का गद्य – 1969 से नियमित ।
2. दिनमान तथा अन्य पत्र-पत्रिकाओं में साहित्य, नृत्य, रंगमंच, संस्कृति आदि के विभिन्न विषयों पर टिप्पणियां तथा समीक्षात्मक लेख ।
3. सर्वेश्वर की संपूर्ण गद्य रचनाओं को चार खण्डों में किताबघर दिल्ली ने छापा है।
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना का जन्म बस्ती जिले के एक गांव में हुआ। उच्च शिक्षा काशी में हुई। पहले अध्यापन किया, फिर आकाशवाणी से जुडे। बाद में 'दिनमान के सहायक सम्पादक बने। ==अनूदित==ये 'तीसरा सप्तक के कवियों में प्रमुख हैं। इनकी रचनाएं रूसी, जर्मन, पोलिश तथा चेक भाषाओं में अनूदित हैं। इनके मुख्य काव्य-संग्रह हैं : 'काठ की घंटियां, 'बांस का पुल, 'गर्म हवाएं, 'कुआनो नदी, 'जंगल का दर्द, 'एक सूनी नाव, 'खूंटियों पर टंगे लोग तथा 'कोई मेरे साथ चले। इन्होंने उपन्यास, कहानी, गीत-नाटिका तथा बाल-काव्य भी लिखे हैं। ==पुरस्कार==ये साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हैं।