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आये बदरा छाये / अवनीश सिंह चौहान
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15:42, 11 मार्च 2012
आते ही झट लगा खेलने
सूरज आँख-
मिचौली
मिचौनी
घुले-मिले तो ऐसे-जैसे
मिश्री के संग नैनी
Abnish
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