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ज़िंदगी का गीत यूँ तो अब नए सुर—ताल पर है / द्विजेन्द्र 'द्विज'
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00:34, 30 मार्च 2012
हादसे की वजह तो अब दोस्तो! मिलती नहीं
है
आजकल मुजरिम कोई बैठा हुआ पड़ताल पर है
द्विजेन्द्र द्विज
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