Changes

कहाँ से / प्रेमशंकर शुक्ल

14 bytes added, 02:49, 30 मार्च 2012
|संग्रह=कुछ आकाश / प्रेमशंकर शुक्ल
}}
<poem>
कहाँ से चुराते हैं फूल--
जिसमें हमें सुंदर जीवन मिल सके।
</poem>
Mover, Reupload, Uploader
7,916
edits