Changes

गिलहरी / जगदीश व्योम

6 bytes removed, 16:16, 21 मई 2012
अगड़म-बगड़म लाती।
गिलहरी दिनभर आती-जाती।।
 
 
ठीक रसोईघर के पीछे
 
शीशे की खिड़की के नीचे
 
`एस्किमो' सा गोल-गोल घर
 
चुन-चुन खूब बनाती।
 
गिलहरी दिनभर आती-जाती।।