गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
आज जागी क्यों मर्मर-ध्वनि ! / रवीन्द्रनाथ ठाकुर
8 bytes removed
,
15:50, 11 जून 2012
'''मूल बांगला से अनुवाद : प्रयाग शुक्ल'''
('गीत पंचशती' में '
विचित्र
पूजा
' के अन्तर्गत
49
133
वीं गीत-संख्या के रूप में संकलित)
</poem>
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits