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क्या बताऊं कैसा ख़ुद को दर-ब-दर मैंने किया / वसीम बरेलवी
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05:13, 5 अगस्त 2012
कैसा-कैसा जब्र<ref> अत्याचार</ref> अपने आप पर मैंने किया ।
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1. शिद्दत: अति,
2. पेचो-ख़म: घुमाव- फिराव,
3. नज़्र: भेंट, उपहार,
4. जब्र: ज़ोर-ज़बर्दस्ती
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द्विजेन्द्र द्विज
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