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माँ / जगदीश व्योम
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07:18, 12 अगस्त 2012
माँ द्वारे की तुलसी जैसी
माँ बरगद की छाया-सी
माँ कविता की सहज वेदना
महाकाव्य की काया-सी।
डा० जगदीश व्योम
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