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11:13, 28 अगस्त 2012 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=भूषण
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बाने फहराने घहराने घंटा गजन के ,
नाहीं ठहराने राव राने देस-देस के .
नग भहराने ग्राम नगर पराने सुनि,
बाजत निशने सिवराज जू नरेस के .
हाथिन के हौदा उकसाने ,कुम्भ कुंजर के ,
भौन को भजाने अलि छूटे लट केस के .
दल को दरारेन ते कमठ करारे फूटे ,
कर के से पात बिहराने फन सेस के .