*[[कहीं मरीचियाँ कढ़ीँ, कहीं दिनांत हो गया (पंचम सर्ग) / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[मैं अमाँ की एक विस्तृत तान (पंचम सर्ग) / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[अयि अमर चेतने ज्योति किरण (अष्टम सर्ग) / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[इस मधुर स्वप्न का कहीं अंत! (दशम सर्ग) / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[जीवन का क्षण-क्षण नाच रहा (दशम सर्ग) / गुलाब खंडेलवाल]]