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हम जुवती पति गेलाह / विद्यापति
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04:20, 27 सितम्बर 2012
नृप इथि काहु करथि नहि साति ,
पुरख महत सब हमर सजाति ,
विद्यापति कवि एह रस गाब ,
उकुतिहि भाव जनाब !
Sharda suman
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