Changes

एक कहै हँसि उधवजू! / तोष

20 bytes added, 04:46, 4 अक्टूबर 2012
|रचनाकार=तोष
}}
[[Category:पद]]<poempoeM>>
एक कहै हँसि उधवजू!ब्रज की जुवती तजि चंद्रप्रभा सी.
जाय कियो कहँ तोष प्रभू!इक प्रानपिया लहि कंस की दासी.
जो हुते कान्ह प्रवीन महा सो हहा!मथुरा में कहाँ मतिनासी.
जीव नहीं उबियात जबै ढिग पौढ़ति हैं कुबिजा कछुआ सी?
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,132
edits