गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
नेवाज़
151 bytes added
,
08:21, 5 अक्टूबर 2012
* [[तू ही को चाहत वे चित मौ अरु तू ही हियो उनपै ललचावत / नेवाज़]]
* [[आगे तौ कींन्हीं लगालगी लोयन / नेवाज़]]
* [[ देख हमैं सब आपुस में जो कुछ मन भावै सोई कहती हैं / नेवाज़]]
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,137
edits