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उधो, मन न भए दस बीस / सूरदास
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07:05, 2 अक्टूबर 2008
उधो, मन
नाहीं
न भए
दस बीस।
एक हुतो सो गयौ स्याम संग, को अवराधै ईस॥
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विवेक सिंह