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नवीन कल्पना करो / गोपाल सिंह नेपाली
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12:01, 6 अप्रैल 2013
अब देश है स्वतंत्र, मेदिनी स्वतंत्र है
मधुमास है स्वतंत्र,
चांदनी
चाँदनी
स्वतंत्र है
हर दीप है स्वतंत्र, रोशनी स्वतंत्र है
अब शक्ति की ज्वलंत दामिनी स्वतंत्र है
Sharda suman
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