|मृत्यु=
|कृतियाँ=‘आत्म निर्वासन' (1993), कौन कहता है ढलती नहीं ग़म की रात, लोग मेरे लोग (2012) (तीनों कविता-संग्रह) दो उपन्यास, दो जीवनियाँ।
|विविध=आजकल गोहाटी, असम में रहते हैं । अनेक असमिया कवियों का हिन्दी में अनुवाद। ख़ुद इनकी कविताओं का असमिया, अंग्रेजी, नेपाली आदि भाषाओं में अनुवाद । अनुवाद के लिए 1998 का सोमदत्त सम्मान । जस्टिस शारदाचरण मित्र स्मृति भाषा सेतु सम्मान, जयप्रकाश भारती पत्रकारिता सम्मान एवं शब्द भारती का अनुवादश्री सम्मान। सम्प्रति-- संपादक, दैनिक सेंटिनल (गुवाहाटी)। असमिया से 45 पुस्तकों का हिन्दी में अनुवाद।
|अंग्रेज़ीनाम=Dinkar Kumar, Dinkar Kumaar
|जीवनी=[[दिनकर कुमार / परिचय]]