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न जाने क्या होगा / जगदीश व्योम
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04:33, 12 अप्रैल 2013
घर में लगे उकसने कांटे
कौन किसी का क्रंदन बांटे
अंधियारा है गली
-
गली
गुमनाम हो गई धूप
न जाने क्या होगा
डा० जगदीश व्योम
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