गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
कभी जब रंग भरता हूँ तो भरने क्यूँ नहीं देते /गोविन्द गुलशन
1 byte added
,
12:36, 19 अप्रैल 2013
कभी जब रंग भरता हूँ तो भरने क्यूँ नहीं देते
मुकम्मल तुम कोई तस्वीर करने क्यूँ नहीं देते
Govind gulshan
85
edits