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कुछ तो स्टैंडर्ड बनाओ / काका हाथरसी
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04:24, 27 अप्रैल 2013
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प्रकृति बदलती
छण
क्षण
-
छण
क्षण
देखो,
बदल रहे अणु, कण-कण देखो|
तुम निष्क्रिय से पड़े हुए हो |
Sharda suman
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