Changes

}}
{{KKCatGhazal‎}}‎
{{KKVID|v=5ZLjnlfEe3c}}
<poem>
 
 
 
 
 
 
 
सूर्य से भी पार पाना चाहता है
इक दिया विस्तार पाना चाहता है
338
edits