गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
तेरी ख़ुशबू के तआकुब में भटकना ज़िंदगी है.. / श्रद्धा जैन
220 bytes added
,
15:50, 8 जुलाई 2013
पेड़ के फलदार बनने की कहानी रस भरी है
शाख़ लेकिन मौसमों के हर सितम को झेलती है
सैकड़ों बातें इधर हैं उस तरफ बस खामुशी है
कैसे सपने देखती हूँ मैं ये क्या दीवानगी है
गर तुम्हारी बात पर हँसता है अब तक ये ज़माना
Shrddha
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits