<poem>
जब सब बोलते थे
वह चुप रहता था,
जब सब चलते थे
वह पीछे हो जाता था,
जब सब खाने पर टूटते थे
वह अलग बैठा टूँगता रहता था,
जब सब निढाल हो सो जाते थे
वह शून्य में टकटकी लगाए रहता था
लेकिन जब गोली चली
तब सबसे पहले
वही मारा गया।गया
इब्नबतूता पहन के जूता
जा पहुँचा जापान में
इब्नबतूता खड़े रह गये
मोची की दुकान में।में</poem>