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चेतक की वीरता / श्यामनारायण पाण्डेय
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10:37, 9 जुलाई 2013
फिर गया गया फिर ठहर गया
विकराल वज्रमय बादल-सा
अरि<ref>दुश्मन</ref> की सेना पर घहर
गया।
गया
भाला गिर गया गिरा निसंग
Sharda suman
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