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आख़िरी टीस आज़माने को / 'अदा' ज़ाफ़री
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07:50, 18 जुलाई 2013
फूल बालों में इक सजाने को
आस की बात हो कि साँस
आद
'अदा'
ये ख़िलौने हैं टूट जाने को
Sharda suman
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