Changes

अभिमान / धनंजय वर्मा

No change in size, 04:48, 13 अगस्त 2013
अभीसिप्त कुछ मिल जाता है
वसन्त की अँघड़ाई अँगड़ाई में
कभी भी
यौवन की बाहें अनखुली नहीं रहीं ।
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits