|रचनाकार=अज्ञात
}}
{{KKCatBhojpuriRachna}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochi
|भाषा=भोजपुरी
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<poem>आवत है नन्दलाल के हाथी, तूरत डार मीरोरत छाती,<br>ए नन्दलाल धका जनि दीहऽ धुक्की जनि दीहऽ।<br>मथुराजी के लोगवा बड़ा रगरी, फेरत है सिर के गगरी,<br>भींजत है लहँगा चुनरी, बान्हत है टेढ़का पगरी।<br><br/poem>