{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[ आँधी चली तो गर्द से हर चीज़ उड़ गई / सब्त अली सबा]]* [[गाँव गाँव ख़ामोशी सर्द सब अलाव हैं / सब्त अली सबा]]* [[हर इक क़दम पे ज़ख़्म नए खाए किस तरह / सब्त अली सबा]]* [[लब-ए-इज़हार पे जब हर्फ़-ए-गवाही आए / सब्त अली सबा]]* [[मुसाफ़िरों में अभी तल्ख़ियाँ पुरानी हैं / सब्त अली सबा]]* [[ज़र्द चेहरों से निकलती रौशनी अच्छी नहीं / सब्त अली सबा]]