Changes

आ सोच / प्रमोद कुमार शर्मा

42 bytes removed, 08:13, 16 अक्टूबर 2013
|संग्रह=बोली तूं सुरतां / प्रमोद कुमार शर्मा
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
{{KKCatKavita‎}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}<Poempoem
आ भाईड़ा
बैठ ......
घड़ी दो घड़ी बैठ !
बैठ‘र कर
म्हारै साथै दो च्यार बातां
कै आपणा दिमाग
हेल्यां री
बसांवळी तो नीं रूखाळै ! 
</Poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,129
edits