Changes

दुःख !/ कन्हैया लाल सेठिया

48 bytes removed, 17:08, 16 अक्टूबर 2013
|संग्रह=लीलटांस / कन्हैया लाल सेठिया
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]{{KKCatRajasthaniRachna}}
{{KKCatKavita‎}}
<Poem>
 
दुख,
 
सिंघणी रो दूध
 
ईं नै चाहीजै
 
सोनै रो गौवणियूं
 
तिड़कज्या काचा पिंड
 
ओ पारो
 
जांतो रह
 
टळक टळक‘र
 
आंसूड़ां में !
 
</Poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits